तकनीकी सहायक, प्रधान के संरक्षण में फल फूल रहा मनरेगा ग्राम पंचायत दावा में जिम्मेदार मौन
सीतापुर विकासखंड कसमंडा की ग्राम पंचायत दहावा में दो कार्य 9 मस्टर रोल 101 लेबर दर्शाए जा रहे हैं लेकिन जमीन पर हकीकत कुछ और बयां कर रही है आखिर इस तरह सरकार की जनकल्याणकारी योजना में भ्रष्टाचार करके व संरक्षण देकर एपीओ,रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक, प्रधान सचिव सरकार की क्या जन कल्याणकारी नीतियों को फेल करने पर आमादा है लगातार फर्जी जॉब कार्ड धारकों पर एक पुरुष, महिलाएं
कई मस्टर रोल में मौजूद है यह भ्रष्टाचार नहीं तो और क्या है आखिर साहब इस तरह भ्रष्टाचार को संरक्षण देकर एपीओ साहब क्या सिद्ध करना चाह रहे हैं मनरेगा मजदूरों के हाथ में फावड़ा नहीं झवाई नहीं यह मनरेगा मजदूर है या किसी फिल्म के सितारे यह तो एपीओ और तकनीकी सहायक को आम जनमानस को बताना ही पड़ेगा ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान रोजगार सेवक तकनीकी सहायक व सचिव के संरक्षण में ग्राम पंचायत मनरेगा से समस्त कराए गए कार्यों में बड़े पैमाने पर लाखों का भ्रष्टाचार किया गया है उच्च अधिकारी अब तक मौन है आखिर क्यों क्या सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को फेल करने पर आमादा है यह जिम्मेदार अधिकारियों पर ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सेवक, प्रधान से जब कार्य के लिए कहा जाता है तो उनके द्वारा बताया जाता है इस समय कार्य नहीं है लेकिन सुबह के समय 10-5 लेवर अपने चहेतो को बुलाकरआगे पीछे दाएं बाएं ऊपर नीचे करके फोटो अपलोड कर दिए जाते हैं और फर्जी जॉब कार्ड धारकों के नाम पर लाखों की धनराशि निकाली जा रही है जिम्मेदार मौन होकर संरक्षण देने का कार्य कर रहे हैं तकनीकी सहायक भ्रष्टाचार की सारी हदें पार करते हुए खंड विकास अधिकारी कसमंडा की मनसा के विपरीत कार्य करके खुलेआम शासन प्रशासन सरकार को चैलेंज देने का कार्य कर रहे हैं आखिर जिम्मेदार इसी तरह कार्य करते रहे तो सरकार की जीरो टॉलरेंस
नीति पर आम जनमानस कैसे विश्वास करेगा आम जनमानस की मांग है कि खंड विकास अधिकारी कसमंडा इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी सचिव रोजगार सेवक तकनीकी सहायक , प्रधान के विरुद्ध कार्यवाही करें यह ग्रामीणों का आरोप है अब जांच होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि भ्रष्टाचार कितना हुआ है या ग्रामीणों के आरोप सच है लेकिन लगातार सुर्खियों में बनी रहने के बावजूद ग्राम पंचायत दहावा में भ्रष्टाचार का कीड़ा लगातार पनप रहा है जिला सीतापुर की आम जनमानस की निगाहें अब कसमंडा खंड विकास अधिकारी पर टिकी है की जांच कर दोषियों पर करते हैं कार्यवाही या देते हैं इनको अभयदान बना जिला सीतापुर में चर्चा का विषय